ऐसा कहा जाता है की देवराज इन्द्र इस वनस्पति का इस्तेमाल करते थे। इसका इस्तेमाल वह अमृत के रूप में करते थे। इसीलिए सभी लोग इसे अमृत नाम से भी जानते थे। आज भी लोग इस औषधि वनस्पति को अमृत मानकर बीमारी को ठीक करने में उपयोग करते है। इसका इस्तेमाल कई सारी बीमारियों में किया जाता है, और उससे बीमारिया भी ठीक हो जाती है।
गिलोय से होनेवाले फायदे - Giloy Benefits
रोग प्रतिरोधी शक्ती बढ़ाने में सहायक:
इस औषधि वनस्पति के इस्तेमाल करने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली काफी मजबूत हो जाती है। इसके इस्तेमाल करने से हड्डी, फेफड़े, छोटी आत, खून से जुडी बीमारी, अस्थायी बुखार और लीवर से जुडी सारी बीमारिया ठीक हो जाती है।
त्वचा की बीमारी:
सुबह में खाली पेट अगर गिलोय को घी के साथ में लिया जाए तो इससे त्वचा की कई सारी बिमारिया ठीक हो जाती है। त्वचा की जलन और सुजन, गर्मी से त्वचा को होनेवाला दर्द, उर्तिकारिया का प्रुरिटस, सभी तरह की स्किन अलर्जी, दाद, सोरायसिस, श्वित्र, और कुष्ठरोग जैसी गंभीर बीमारिया बिलकुल ठीक हो जाती है।
पेट की सारी बीमारियों में कारगर:
गिलोय कोर्नेबक्टेरियम ट्यूबरक्लोसिस और इ कोली पर जिवानुरोधी परिणाम करता है इसीलिए इससे पेट से जुडी कई सारी बिमारिया ख़तम हो जाती है। इस गिलोय के इस्तेमाल से अपच, एसिड के होनेवाले अपच, जठरशोथ, ओसोफागी पेट फूलना, प्यास लगना, डायरिया, पेचिश, लीवर की बिमारिया, पीलिया, पित्त विकार, गैस्ट्रिक और ग्रहणी का अल्सर जैसी बीमारिया बिलकुल ठीक हो जाती है।
लीवर की सभी बिमारियो के लिए रामबाण औषधि:
गिलोय के इस्तेमाल से लीवर की शक्ती बहुत बढ़ जाती है जिसके कारण लीवर को किसी भी तरह की बीमारी का खतरा नहीं रहता। इसके करना जो काढ़ा बनता है वह किडनी और दिल के लिए बहुत फायदेमंद है।
कैंसर को प्रतिबन्ध:
इसके इस्तेमाल से स्टेम सेल्स का बड़ी मात्रा में प्रसार हो जाता है और इसकी वजह से श्वेत रक्त कोशिका और बोन म्यारो बढ़ जाते है इसके कारण शरीर के एंटीबाडी पैदा करनेवाली कोशिका बढ़ जाती है। फ्री रेडिकल की वजह से होनेवाली चेमोतोक्सिसिटी को कम करने के लिए गिलोय गिलोय बहुत ही फायदेमंद है।
स्ट्रेस से छुटकारा:
गिलोय से मिलनेवाले अल्कोहल, एसीटोन और पेट्रोलियम ईथर के तत्वों के कारण चिंता को कम करने में सहायता मिलती है। गिलोय से मिलने वाले पयारोलिदायिन से तंत्रिका तंत्र बिलकुल ठीक रहता है।
मधुमेह नियंत्रण में सहायता:
गिलोय की मदत से ग्लूकोस को नियंत्रण में रखने के लिए काफी मदत मिलती है। इसके मदत से इन्सुलिन को निर्माण में सहायता मिलती है और ग्लूकोस को नियंत्रण में रखा जाता है। यह खून में शुगर को कम करने का काम करता है।
दिल की बीमारी:
गिलोय को काली मिर्च के साथ में लेने से दिल से जुडी कोई भी बीमारी का खतरा कम हो जाता है। इसके लेने से धमनियों में खून बड़ी सरलता से बहता है जिसकी वजह से दिल पूरी तरह से सुरक्षित रहता है।
मूत्र संक्रमण में लाभदायक:
मूत्र से जुडी कई सारी बिमारिया गिलोय के इस्तेमाल से बिलकुल ठीक हो जाती है। युरीकोरिया, केटोनूरिया, ग्ल्याकोरिया, हेमातुरिया, अल्बुमिनुरिया, डायसुरिया, क्रिस्टालुरिया, युरेथ्रितिस जैसी बीमारी ठीक हो जाती है।
नोट:
गिलोय का इस्तेमाल करने से किसी भी तरह का कोई दुष्परिणाम नहीं होता, क्यों की यह एक सुरक्षित और औषधि वनस्पति है। मगर किसी को इसके कारण कब्ज और निम्न रक्तचाप की तकलीफ हो सकती है। इसीलिए अगर आप मधुमेह के मरीज है और गिलोय का इस्तेमाल करते हो तो नियमित रूप से रक्तचाप पर ध्यान दे। अगर कोई महिला गर्भावस्था में है या फिर स्थनपान कराती है उन्होंने इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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Please Note: गिलोय से होनेवाले फायदे - Giloy Benefits के लिए दी गयी जानकारी को हमने हमारे हिसाब से बताया है.
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